मैं एक देश हूँ , देशवासी चाहता हूं
मैं समय हूँ , बदलाव चाहता हूँ ।
मैं मृत्यु हूँ ,भयाक्रांत करता हूँ ...
मैं भूत हूँ , आतंकित करता हूँ ...
मैं वर्तमान हूँ , लालच करता हूँ ...
मैं भविष्य हूँ , विवश करता हूँ ...
मैं प्रकृति हूँ , सुरक्षा चाहता हूँ ...
मैं सजीव हूँ , देखना चाहता हूँ ...
मैं बृक्ष हूँ , हरा भरा चाहता हूँ ...
मैं समय हूँ बदलाव चाहता हूँ ।
मैं जलधारा हूँ , बहना चाहती हूँ ...
मैं धरती हूँ , अन्न देना चाहती हूँ ...
मैं ऊर्जा हूँ , ऊर्जावान चाहती हूँ ...
मैं कला हूँ , कलाकार चाहती हूँ ...
मैं आकार हूँ , साकार चाहती हूँ ...
मैं शिक्षा हूँ , साक्षरता चाहती हूँ ...
मैं ध्यान हूँ , अध्ययन चाहती हूँ ...
मैं समय हूँ , बदलाव चाहता हूँ ।
मैं भाव हूँ , भंगिमा चाहती हूं ...
मैं भोजन हूँ , भूख चाहती हूँ ...
मैं गीत हूँ , संगीत चाहती हूँ ...
मैं मीत हूँ , मित्रता चाहती हूँ ...
मैं प्यार हूँ , परिवार चाहती हूँ ...
मैं इंशान हूँ , ईमान चाहती हूँ ...
मैं मां हूँ , एक संतान चाहती हूँ ...
मैं समय हूँ , बदलाव चाहता हूँ ।
मैं पक्षी हूँ , उड़ना चाहती हूँ ...
मैं पुत्री हूँ , जीना चाहती हूँ ...
मैं बेटी हूँ , पढ़ना चाहती हूँ ...
मैं पत्नी हूँ , प्यार चाहती हूँ ...
मैं रंग हूँ , सुन्दरता चाहती हूँ ...
मैं नारी हूँ , शक्ति चाहती हूँ ...
मैं भक्ति हूँ , अंधभक्ति चाहती हूँ ...
मैं समय हूँ , बदलाव चाहता हूँ ।
जय हिन्द
आप सभी का बड़कू चौधरी
मैं एक देश हूँ , देशवासी चाहता हूं मैं समय हूँ , बदलाव चाहता हूँ ।