भारत में दुग्ध उत्पादन की बढ़ोतरी

दूध उत्पादन में नए आयाम स्थापित कर रहा भारत


2013-14 के मुकाबले 2018-19 में दूध उत्पादन में हुई 36.35% की बढ़ोतरी


दूध उत्पादन वर्ष 2013-14 में 137.7 मिलियन टन से बढ़कर वर्ष 2018-19 में 187.75 मिलियन टन के स्तर पर पहुंचा


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*कबीर की धरती को विश्व पटल पर सम्मान दिलाने वाली पहली महिला इंस्पेक्टर डॉ. शालिनी सिंह* वीरांगना सम्मान समारोह में सम्मानित हुई डॉ शालिनी सिंह @ रानी लक्ष्मीबाई वीरता पुरस्कार 2020 से CM CITY में हुई सम्मानित @ रामायण सीरियल की "सीता" दीपिका के हाथों हुई सम्मानित @ लेडी सिंघम के नाम से जानी जाती है महिला थाने की SHO डॉ शालिनी सिंह।
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जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने जनपद वासियों से कोविड-19/कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु शासन-प्रशासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों का अनुपालन करने के साथ-साथ सुरक्षात्मक उपायों को अपनाने की अपील की है । जनपद में जिलाधिकारी के रुप में कार्यभार संभालने के बाद जनहित कार्यों के प्रति "संवेदनशील जिलाधिकारी" की पहचान पाने वाली दिव्या मित्तल ने जनपद वासियों से कोरोना संक्रमण से बचने हेतु सही ढंग से मुंह एवं नाक पर मास्क लगाने के बाद ही घर से बाहर निकलने, सोशल डिस्टेंसिंग यानी 2 मीटर की न्यूनतम दूरी बनाते हुए एक दूसरे से मिलने/बातचीत करने, समय-समय पर साबुन से हाथों को धोने तथा आवश्यकतानुसार सेनीटाइजर का प्रयोग करने की अपील की है । जिलाधिकारी ने कहा कि सुरक्षात्मक उपायों को व्यवहार में लाने के प्रति जागरूकता एवं उसका सही उपयोग करना ही कोरोना संक्रमण से बचने का सबसे अच्छा तरीका है ।
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गर्भावस्था में गर्भनाल बच्चों को देता है पोषण -सही पोषण बच्चे के विकास और मां के स्वास्थ्य के लिए जरुरी - सुरक्षा के साथ-साथ मिलता है पोषण देवरिया, 27 सितम्बर। गर्भनाल महिला के ही शरीर का अभिन्न अंग होता है, जो गर्भावस्था के दौरान बच्चे को सुरक्षा और पोषण देने का काम करता है। बच्चा इसी के सहारे मां के गर्भ में जीवित रहता है। गर्भवती इसी नाल के माध्यम से ही अपने बच्चे से जुड़ी होती हैं। सही पोषण बच्चे के विकास और मां के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरुरी है। मां का पोषण नितांत आवश्यक है ताकि गर्भनाल के जरिये पेट में पल रहे बच्चे को भी सही पोषण मिल सके। जिला महिला अस्पताल की प्रभारी प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डॉ. अल्पना रानी का कहना है, ‘‘गर्भनाल कई तरीकों से बच्चे के लिए महत्वपूर्ण होती है। बच्चे के कुल वजन का छठा हिस्सा इसी गर्भनाल का होता है। बच्चे के विकास में गर्भनाल अहम भूमिका निभाती है।‘’ सीएमएस ने बताया कि गर्भनाल ही बच्चे के विकास को प्रेरित करती है। इसी की वजह से बच्चा मां के गर्भ में जीवित रहता है। यह सुरक्षा के साथ-साथ पोषण देने का भी काम करती है। यह बच्चे को कई तरह के संक्रमण से सुरक्षित रखने काम करती है। गर्भनाल शरीर में लैक्टोजन के बनने में मदद करती है, जो मां के शरीर में दूध बनने की प्रक्रिया को प्रेरित करता है। गर्भनाल मां और बच्चे को जोड़ने का काम करती है। मां जो कुछ भी खाती है, आहार नाल के माध्यम से उसका पोषण बच्चे को भी मिलता है। गर्भनाल बच्चे के लिए फिल्टर की तरह भी काम करती है। यह उस तक सिर्फ पोषण पहुंचाती है और विषैले पदार्थों को भ्रूण तक नहीं जाने देती। बच्चे के जन्म के कुछ दिनों बाद नाल खुद ही सूखकर गिर जाती है। इसका काम केवल बच्चे को मां के गर्भ में पोषण और विकास के लिए आवश्यक तत्व देने का है। गर्भावस्था में खाने का खास ध्यान गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अपने खाने का खास ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि सही पोषण बच्चे के विकास और मां के स्वास्थ्य दोनों को बनाए रखने के लिए जरूरी है। महिलाओं को ध्यान रखना चाहिए कि गर्भावस्था के दौरान उनके पोषण में विटामिन और मिनरल्स की कमी न हो। इसके साथ ही माता गर्भावस्था में आयरन व फोलिक एसिड से भरपूर भोजन ले, जो कि गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास व बढ़त के लिए जरूरी है। वहीं जन्म से छह माह तक बच्चे के लिए माँ का दूध बच्चे की सभी पोषक तत्वों की आवश्यकताओं की पूर्ति करता है। अतः छह माह तक शिशु को केवल स्तनपान कराना चाहिए।
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कोरोना को फैलने से रोकना में सहायक है जांच: ईश्वरेन्द्र लाल। कैम्प लगा कर पथरदेवा क्षेत्र में कराया जा रहा कोरोना की जांच। ----------- -  फ़ोटो परिचय:- देवरिया: जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार रविवार को धुसदेवरिया स्वास्थ्य उप केंद्र पर कोरोना जांच के विशेष शिविर कस  आयोजन किया गया। शिविर के दौरान आस पास के गांवों से आए कुल 31 लोगो का सैंपल लिया गया। इन सैपलो को आरटीपीसीआर के तहत एक व अन्य एनटिजन किट से जांच किया गया। शिविर के दौरान लोगो ने कतारबद्ध होकर अपना सैंपल दिया। इस दौरान महामारी विज्ञानी राजीव भूषण पाण्डेय ने उपस्थित लोगों को बाहर निकलते समय मास्क पहनने,सामाजिक दूरी बनाए रखने तथा लाॅकडाउन के निर्देश को पालन करने आदि महत्वपूर्ण जानकारी दिया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड-19 विशेष जांच शिविर गाँव मे भी लगाया जा रहा है। जहां कोई भी व्यक्ति नि:शुल्क कोरोना जांच करा सकता हैं। वही पथरदेवा कोरोना अभियान के प्रभारी ईश्वरेन्द्र लाल ने बताया कोरोना को जङ से उखाङ फेकने के लिए स्वास्थ्य विभाग संकल्पित है। इसके लिए  व्यापक स्तर पर कैंप लगा कर कोरोना जांच गांव गांव किया जा रहा है।जो आगे भी चलता रहेगा। पथरदेवा ब्लाक में एक कोरोना जांच सेंटर के अलावे तीन और जांच टीम बनाई गई है जो गांव गांव जा कर लोगो का निःशुल्क कोरोना जांच किया जा रहा है। प्रतिदिन सौ से अधिक लोगो का कोरोना टेस्ट किया जा रहा है।मजबूती से इसके खिलाफ खड़े रहने की जरूरत है।पथरदेवा ब्लाक क्षेत्र में अधिक से अधिक लोगो का टेस्ट किया जा रहा है,ताकि संक्रमण के प्रसार पर रोक लगाया जा सके। अगर हर लोग अपना अपना का जांच करा लेते हैं तो कोरोना को फैलने से रोक लगाने में काफी हद तक सफलता मिलेगी।जांच कार्य मे तरकुलवा ब्लाक के कोरोना नोडल मुन्ना यादव, देवेंद्र भारती, हरेंद्र प्रसाद स्वास्थ्य कर्मी सम्लित रहे।
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*पानी मे बह रहे युवकों को ग्रामीणों ने बचाया* बनकटा:- खामपार थाना क्षेत्र के सिकटिया जगदीशपुर मार्ग पर बसावन चक गांव के समीप सड़क के ऊपर से बह रहे तेज धारा मे ।जहा पानी के बहाव से सड़क टूट गई है वही शुक्रवार की रात्रि एक बाइक व साइकिल सवार बह गए जिसे वहां मौजूद कुछ साहसी युवकों ने बचा लिया। जगदीशपुर गांव निवासी ब्यास बर्मा पुत्र हीरा बर्मा अपने साइकिल से घर जा रहे थे की साइकिल समेत पानी की तेज धार में बह गए । अभी कुछ लोग समझ पाते कि दूसरी दिशा से आ रहे बसावन चक निवासी चंदन गुप्ता पुत्र तूफानी गुप्ता भी अपनी प्लेटिना मोटरसाइकिल के साथ बह गए । वही शनिवार को बतरौली निवासी संजय अपनी बाइक के साथ बह गए ग्रामीण सीके शर्मा,जितेंद्र कुशवाहा ,आसमुहमद, संजय चौहान सहित आदि तमाम साहसी युवक गहरे गड्ढे में करीब 600 मीटर दूर बहने के बाद से सभी को बचा बाहर निकाला । जबकि साइकिल व मोटरसाइकिल का पता गिरने के 10 घण्टे बाद पता चला जिसे भी कड़ी ग्रामीणों के कड़ी मस्कत के बाद बाहर निकाला गया ।
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